Jatav, also known as Jatava/Jatan/ Jatua/Jhusia /Jatia/Jatiya, is an Indian Dalit community that are considered to be a subcaste of the Chamar caste!
हाय दोस्तों ये मेरी पहली कहानी है, और मैं अपनी पहली कहानी मे पूरी कोशिश करूंगा कि आप लोगों को इसे पढकर बहुत मज़ा आये।
मैं सबसे पहले अपने बारें मे बताता हुँ मैं अभी Bsc का final year का student हुँ और मेरा नाम रोनित कुमार है, मेरा महविध्यालाय रीवा शहर मध्यप्रदेश मे है वैसे तो मैं छत्तीसगढ़ का रहने वाला हुँ।
बात ये 2 साल पहले की है जिसमे मैने अपने दोस्त की बहन पूर्णिमा को पूरे 2 साल तक चोदा था
तो मैं कहानी शुरु करता हुँ, 12वी पास करने के बाद मैं रीवा गया क्यूंकि मेरे बहुत से दोस्तों का घर रीवा मे ही था और वहा बहुत सारे colleges भी थे। रीवा मे मेरा एक दोस्त था जिसका नाम विशाल त्रिपाठी (21वर्ष) था उसके घर वाले काफी पैसे वाले थे उसके घर पर उसकी माँ housewife थी, पिता SBI में Bank Manager थे और उसकी दो साल छोटी बहन पूर्णिमा (19 वर्ष) त्रिपाठी और एक बड़ा भाई शेखर (25 वर्ष) त्रिपाठी था और वह इंदौर मे upsc की तैयारी कर रहा था।
रीवा मे मैं एक कमरा किराये पर ले रखा था जो पूर्णिमा के घर से लगभग 700 मीटर की दुरी पर था, मैं और विशाल एक ही क्लास मे थे मतलब 1st year मे थे और पूर्णिमा 12th मे थी।
इसमे मुख्य heroine पूर्णिमा है जिसको मैैंने पटाया था, मैं आपको पूर्णिमा के बारे मे बता देता हुँ पूर्णिमा का शरीर बहुत ही भरा भरा था उसकी height मेरे से 2 inch छोटी मतलब 5 फुट 7 inch थी उसका रंग बहुत मस्त था उसकी गांड और उसकी बुब्स बहुत मस्त और टाइट थे और ये बात जब मैने उसे चोदा था तब पता चला था उसके कमर 29′ और हिप्स 38′ थे। घर मे पैसा बहुत था तो उसे किसी भी चीज की कमी नही थी वो बहुत शरीफ लडकी थी क्यूंकि वो एक ब्राह्मण लडकी थी पूजा वैगरा बहुत करती थी और माँस नही खाती थी, जब मैं अपने रुम से विशाल के यहाँ जाता था तो मैं वहाँ मैं bahut देर या एक दो दिन रुक भी जाता था हा एक बात और मैं एक चमार लड़का था मैं पढ़ाई मे हमेशा मे पहला या दुसरा नम्बर मे आता था, मैं बहुत बकरा, मुर्गा अंडा खाया करता था जिसके कारण मेरा शरीर बहुत ताकतवर था मैैं हैण्डसैम लड़का हुँ और college se aane ke baad मैं पूर्णिमा को गणित पढ़ाने के लिये उसके घर गया उस दिन वो टी शर्ट और निचे शॉर्ट्स पहनी हुई थी जिससे उसके हिप्स पूरे बाहर की तरफ निकले हुये थे और उसके बुब्स कसे हुये टी शर्ट के अंदर थे लेकिन उसके भरे हुये शरीर के कारण वो बाहर से बड़े बड़े दिख रहे थे, विशाल भी कॉलेज से आया और सो गया पता नही पूर्णिमा मेरे को भैया क्य्यूँ नही बुलाती थी वो हमेशा मेरे को मेरे नाम से रौनित करके ही बुलाया करती थी ऐसे करते करते मैने पूरे एक महिने तक उसे पढाया और खाली समय और रात मे अपनी पढ़ाई कर लेता था। पूर्णिमा और मेरे मे बहुत जमता था क्यूंकि मेरी और विशाल की उम्र 21 वर्ष थी और पूर्णिमा की 19वर्ष थी धीरे धीरे हम लोग दोस्त बन गए थे उसको कभी कभी मैं स्कूल भी छोडने जाया करता था जब मुझे खाली समय मिलता था तो कई बार हम लोग उसके घर का समान लेने जाया करते थे जब विशाल नही रहता था, मै पूर्णिमा और उसके सहेलियों के साथ भी घुमने जाता था मैं उसे पढ़ाते समय उसको लाईन मारता था और उसके हिप्स को भी छू लेता था वो मुस्कुरा देती थी उसकी जवानी पूरी आ चुकी थी और उसको किसी दमदार मर्द की जरुरत थी जब मैं उसकी scoty मे उसे स्कूल छोडने जाता या tution पढ़ाता था तो उसके शरीर से जवानी की महक आती थी और मैं एक चमार लड़का था बहुत माँस खाने की वजह से मेरे अंदर गर्मी बहुत थी और पूर्णिमा मेरा गठीला बॉडी देखकर attract होती थी,
मैने उसके birthday मे उसे उसके दो सहेली के सामने purpose किया था पर उसने मुझसे मजे लेने के लिये एक बार ना बोल दी थी फिर अगले दिन अपने सहेली के साथ मे मुझे purpose किया अब हम लोग gf bf की तरह रहने लगे लेकिन घर मे किसी की भी पता नही था जिस दिन विशाल कॉलेज नही आता था तो उस दिन पूर्णिमा को कॉलेज घुमाने ले जाता था और उसी दिन उसको अपने रुम मे ला के किस भी करता था वो ब्राह्मण थी और दुध दही खा कर शरीर बनायी हुई थी जब मैं उसको किस करता था तो वो उसके नुकीले बुब्स मेरे छाती से टकराते थे, मेरा थगड़ा 7 इंच का लण्ड उसके नाभि मे टकराते थे, फिर दिसंबर मे विशाल और मेरे एग्ज़ाम आ गए मैं रुम मे रह के पढ़ने लगा और विशाल भी अपने घर पर पढ़ने लगा उसके बाद मैं पूर्णिमा से कम मिलता था फिर एक month के बाद हमारे exam finish हो गया, फिर फ़रवरी मे पूर्णिमा के एग्ज़ाम आ गए थे विशाल अपने पुराने दोस्तों के साथ घूमने जाता था एक दिन पूर्णिमा गणित मे question पूछने के बहाने मेरे रुम मे आयी उसकी मम्मी उसको permission भी दे दी क्यूंकि उसका 12th का एग्ज़ाम था और मैं मेरे रुम मेें उसको पढ़ाने के बाद उसका दुध दबाता और किस करता था मैं उसको अभी चोद नही सकता था क्यूंकि अभी वो वर्जिन थी, और उसका एग्ज़ाम भी चल रहा था और उसके भाई को शक होने का दर भी था वैसे मुझे तो रशीली चुत चोदना था जो पूर्णिमा के पास था ब्राह्मण लडकियो की चुत रशीली और चुत की फाँक बहुत ही मुलायम होती है और चमार लडके को रशीली चुत बहुत अछि लगती है और पूर्णिमा को उसकी सहेली ने बताया था की माँस खाने की वजह से चमार लोगो का का लण्ड सांड जैसा होता है और वीर्य बहुत गाढ़ा होता है,
लेकिन एक दिन विशाल के पुराने दोस्त ने पूर्णिमा को मेरे रुम मे आते देख लिये और ये बात विशाल को बता दिये थे हालांकी विशाल को थोडा शक था की अब उसकी हिन्दु ब्राह्मण बहन की चुत से पानी निकलना शुरु हो चुका था और मैं उसकी बहन को पसंद करता हुँ और घुमाने भी ले जाता था विशाल मेरे से अकेले मे बात करना चाहता था पर अगले दिन उसके बड़े भाई शेखर की तबियत खराब हो गई तो उसके पापा और विशाल इंदौर चले गए फिर बाद मे पता चला की बाहर का खाना खाने के वजह से शेखर के पेट मे स्टोन हो गया है तो उसका operation होगा उसकी वजह से उसके पापा और विशाल को वही 1 महिने तक रुकना पडेगा और उनको क्या पता की यहाँ त्रिपाठी जी की बेटी पूर्णिमा का गांड चौडा होने वाला है अब उसके घर मे पूर्णिमा और उसकी माँ थे तो उसकी माँ ने अपने बड़ी बहन को घर मे रहने के लिये बुला लिया था इधर पुर्निमा के exam भी खत्म होने को थे लास्ट एग्ज़ाम के दिन मैं उसे स्कूल छोडने गया था और फिर लेने भी गया मैं और पूर्णिमा उसके scoty मे घर आ गए पूर्णिमा अब फ्री हो गई थी शेखर का operation भी हो गया था वो 25 दिन के लिये hospital मे admit था उसके भाई और पापा के साथ मे।
फिर हम लोग मिलकर पूर्णिमा के घर उसकी माँ उसकी मौसी, पूर्णिमा और मैं खाना खाए और बात करने लग गए की अब पूर्णिमा कौन से कॉलेज मे पढ़ेगी ऐसा।
पूर्णिमा को मैने बोला की जब तक छुट्टी है तो एक बहाना बना ले की तू अपने friends के साथ छुट्टियाँ मे 10 दिन के लिये घूमने जायेगी, इसके लिये उसके friends ने उसके मम्मी से request भी की please जाने dijiye उसकी मम्मी ने हाँ कर दी फिर उसके बाद friends लोग घुमने चले गए और मैं पूर्णिमा को अपने रुम मे 10 दिन के लिये बुला लिया पूरे समान के साथ।