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[INTERCASTE] जातव की रंडी पूर्णिमा by Ronit

bkbull21

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Jatav, also known as Jatava/Jatan/ Jatua/Jhusia /Jatia/Jatiya, is an Indian Dalit community that are considered to be a subcaste of the Chamar caste!​


हाय दोस्तों ये मेरी पहली कहानी है, और मैं अपनी पहली कहानी मे पूरी कोशिश करूंगा कि आप लोगों को इसे पढकर बहुत मज़ा आये।
मैं सबसे पहले अपने बारें मे बताता हुँ मैं अभी Bsc का final year का student हुँ और मेरा नाम रोनित कुमार है, मेरा महविध्यालाय रीवा शहर मध्यप्रदेश मे है वैसे तो मैं छत्तीसगढ़ का रहने वाला हुँ।

बात ये 2 साल पहले की है जिसमे मैने अपने दोस्त की बहन पूर्णिमा को पूरे 2 साल तक चोदा था

तो मैं कहानी शुरु करता हुँ, 12वी पास करने के बाद मैं रीवा गया क्यूंकि मेरे बहुत से दोस्तों का घर रीवा मे ही था और वहा बहुत सारे colleges भी थे। रीवा मे मेरा एक दोस्त था जिसका नाम विशाल त्रिपाठी (21वर्ष) था उसके घर वाले काफी पैसे वाले थे उसके घर पर उसकी माँ housewife थी, पिता SBI में Bank Manager थे और उसकी दो साल छोटी बहन पूर्णिमा (19 वर्ष) त्रिपाठी और एक बड़ा भाई शेखर (25 वर्ष) त्रिपाठी था और वह इंदौर मे upsc की तैयारी कर रहा था।
रीवा मे मैं एक कमरा किराये पर ले रखा था जो पूर्णिमा के घर से लगभग 700 मीटर की दुरी पर था, मैं और विशाल एक ही क्लास मे थे मतलब 1st year मे थे और पूर्णिमा 12th मे थी।

इसमे मुख्य heroine पूर्णिमा है जिसको मैैंने पटाया था, मैं आपको पूर्णिमा के बारे मे बता देता हुँ पूर्णिमा का शरीर बहुत ही भरा भरा था उसकी height मेरे से 2 inch छोटी मतलब 5 फुट 7 inch थी उसका रंग बहुत मस्त था उसकी गांड और उसकी बुब्स बहुत मस्त और टाइट थे और ये बात जब मैने उसे चोदा था तब पता चला था उसके कमर 29′ और हिप्स 38′ थे। घर मे पैसा बहुत था तो उसे किसी भी चीज की कमी नही थी वो बहुत शरीफ लडकी थी क्यूंकि वो एक ब्राह्मण लडकी थी पूजा वैगरा बहुत करती थी और माँस नही खाती थी, जब मैं अपने रुम से विशाल के यहाँ जाता था तो मैं वहाँ मैं bahut देर या एक दो दिन रुक भी जाता था हा एक बात और मैं एक चमार लड़का था मैं पढ़ाई मे हमेशा मे पहला या दुसरा नम्बर मे आता था, मैं बहुत बकरा, मुर्गा अंडा खाया करता था जिसके कारण मेरा शरीर बहुत ताकतवर था मैैं हैण्डसैम लड़का हुँ और college se aane ke baad मैं पूर्णिमा को गणित पढ़ाने के लिये उसके घर गया उस दिन वो टी शर्ट और निचे शॉर्ट्स पहनी हुई थी जिससे उसके हिप्स पूरे बाहर की तरफ निकले हुये थे और उसके बुब्स कसे हुये टी शर्ट के अंदर थे लेकिन उसके भरे हुये शरीर के कारण वो बाहर से बड़े बड़े दिख रहे थे, विशाल भी कॉलेज से आया और सो गया पता नही पूर्णिमा मेरे को भैया क्य्यूँ नही बुलाती थी वो हमेशा मेरे को मेरे नाम से रौनित करके ही बुलाया करती थी ऐसे करते करते मैने पूरे एक महिने तक उसे पढाया और खाली समय और रात मे अपनी पढ़ाई कर लेता था। पूर्णिमा और मेरे मे बहुत जमता था क्यूंकि मेरी और विशाल की उम्र 21 वर्ष थी और पूर्णिमा की 19वर्ष थी धीरे धीरे हम लोग दोस्त बन गए थे उसको कभी कभी मैं स्कूल भी छोडने जाया करता था जब मुझे खाली समय मिलता था तो कई बार हम लोग उसके घर का समान लेने जाया करते थे जब विशाल नही रहता था, मै पूर्णिमा और उसके सहेलियों के साथ भी घुमने जाता था मैं उसे पढ़ाते समय उसको लाईन मारता था और उसके हिप्स को भी छू लेता था वो मुस्कुरा देती थी उसकी जवानी पूरी आ चुकी थी और उसको किसी दमदार मर्द की जरुरत थी जब मैं उसकी scoty मे उसे स्कूल छोडने जाता या tution पढ़ाता था तो उसके शरीर से जवानी की महक आती थी और मैं एक चमार लड़का था बहुत माँस खाने की वजह से मेरे अंदर गर्मी बहुत थी और पूर्णिमा मेरा गठीला बॉडी देखकर attract होती थी,
मैने उसके birthday मे उसे उसके दो सहेली के सामने purpose किया था पर उसने मुझसे मजे लेने के लिये एक बार ना बोल दी थी फिर अगले दिन अपने सहेली के साथ मे मुझे purpose किया अब हम लोग gf bf की तरह रहने लगे लेकिन घर मे किसी की भी पता नही था जिस दिन विशाल कॉलेज नही आता था तो उस दिन पूर्णिमा को कॉलेज घुमाने ले जाता था और उसी दिन उसको अपने रुम मे ला के किस भी करता था वो ब्राह्मण थी और दुध दही खा कर शरीर बनायी हुई थी जब मैं उसको किस करता था तो वो उसके नुकीले बुब्स मेरे छाती से टकराते थे, मेरा थगड़ा 7 इंच का लण्ड उसके नाभि मे टकराते थे, फिर दिसंबर मे विशाल और मेरे एग्ज़ाम आ गए मैं रुम मे रह के पढ़ने लगा और विशाल भी अपने घर पर पढ़ने लगा उसके बाद मैं पूर्णिमा से कम मिलता था फिर एक month के बाद हमारे exam finish हो गया, फिर फ़रवरी मे पूर्णिमा के एग्ज़ाम आ गए थे विशाल अपने पुराने दोस्तों के साथ घूमने जाता था एक दिन पूर्णिमा गणित मे question पूछने के बहाने मेरे रुम मे आयी उसकी मम्मी उसको permission भी दे दी क्यूंकि उसका 12th का एग्ज़ाम था और मैं मेरे रुम मेें उसको पढ़ाने के बाद उसका दुध दबाता और किस करता था मैं उसको अभी चोद नही सकता था क्यूंकि अभी वो वर्जिन थी, और उसका एग्ज़ाम भी चल रहा था और उसके भाई को शक होने का दर भी था वैसे मुझे तो रशीली चुत चोदना था जो पूर्णिमा के पास था ब्राह्मण लडकियो की चुत रशीली और चुत की फाँक बहुत ही मुलायम होती है और चमार लडके को रशीली चुत बहुत अछि लगती है और पूर्णिमा को उसकी सहेली ने बताया था की माँस खाने की वजह से चमार लोगो का का लण्ड सांड जैसा होता है और वीर्य बहुत गाढ़ा होता है,
लेकिन एक दिन विशाल के पुराने दोस्त ने पूर्णिमा को मेरे रुम मे आते देख लिये और ये बात विशाल को बता दिये थे हालांकी विशाल को थोडा शक था की अब उसकी हिन्दु ब्राह्मण बहन की चुत से पानी निकलना शुरु हो चुका था और मैं उसकी बहन को पसंद करता हुँ और घुमाने भी ले जाता था विशाल मेरे से अकेले मे बात करना चाहता था पर अगले दिन उसके बड़े भाई शेखर की तबियत खराब हो गई तो उसके पापा और विशाल इंदौर चले गए फिर बाद मे पता चला की बाहर का खाना खाने के वजह से शेखर के पेट मे स्टोन हो गया है तो उसका operation होगा उसकी वजह से उसके पापा और विशाल को वही 1 महिने तक रुकना पडेगा और उनको क्या पता की यहाँ त्रिपाठी जी की बेटी पूर्णिमा का गांड चौडा होने वाला है अब उसके घर मे पूर्णिमा और उसकी माँ थे तो उसकी माँ ने अपने बड़ी बहन को घर मे रहने के लिये बुला लिया था इधर पुर्निमा के exam भी खत्म होने को थे लास्ट एग्ज़ाम के दिन मैं उसे स्कूल छोडने गया था और फिर लेने भी गया मैं और पूर्णिमा उसके scoty मे घर आ गए पूर्णिमा अब फ्री हो गई थी शेखर का operation भी हो गया था वो 25 दिन के लिये hospital मे admit था उसके भाई और पापा के साथ मे।

फिर हम लोग मिलकर पूर्णिमा के घर उसकी माँ उसकी मौसी, पूर्णिमा और मैं खाना खाए और बात करने लग गए की अब पूर्णिमा कौन से कॉलेज मे पढ़ेगी ऐसा।
पूर्णिमा को मैने बोला की जब तक छुट्टी है तो एक बहाना बना ले की तू अपने friends के साथ छुट्टियाँ मे 10 दिन के लिये घूमने जायेगी, इसके लिये उसके friends ने उसके मम्मी से request भी की please जाने dijiye उसकी मम्मी ने हाँ कर दी फिर उसके बाद friends लोग घुमने चले गए और मैं पूर्णिमा को अपने रुम मे 10 दिन के लिये बुला लिया पूरे समान के साथ।
 
पहले दिन रुम मे हम bahut मजे किये फिर शाम को घुमने गए थे हम लोग रात मे अपने रुम मे आ गए थे पूर्णिमा को पता था की आज उसकी ब्राह्मणी चुत अब भोसड़ा बनने जा रही था इसलिये वो बहुत शर्मा और डर रही थी पूर्णिमा को उसकी सहेलियों ने बताया था की चमार लोगो का लंड बहुत मोटा होता है माँस मछली खाने के वजह से खून गरम रहता है और सही बोले तो ब्राह्मणी लोगो की चुत और गांड मे मलाई होता है इनकी चुत चाटने मे जो मज़ा है वो और कही नही मिलता है इनकी चुत का रश bikul शुद्ध होता है और चमार लोगो का लंड मुस्लिम लोगो जैसे कटा नही रहता लेकिन हम माँस वैगरह उनसे भी अधिक खाते है जिसके कारण हमारे लंड का shaft (लंड के ऊपर की चमड़ी) हिंदू जैसे होती है, brahman और जो माँस नही खाता उनसे मोटा होता है, ये सब बात पूर्णिमा अपने मन में सोच रही थी, मैने पूर्णिमा को बैड पर बैठाया उसके बाद मैने धीरे धीरे अपने बायाँ हाथ से उसके कमर को सहलाने लगा तो उसके शरीर मे कंपन पैदा हो गई थी और मैं अपना दायां हाँथ उसके कसे हुये नुकीले बुब्स को दबाने लगा, इतने दिन हम साथ मे थे और कोई हमे रोकने वाला भी नही था और सेक्स की आग दौनों तरफ लगी हई थी, उसके बाद मैने उसके देवी जैसे होंटों को चूमने लगा और वो मेरा साथ देने लग गई मैने जल्दी से उसकी सलवार को उतारा जिससे वो ब्रा, पैंटी और पजामा मे हो गई मैने इस दिन का बहुत बेसब्री से इन्तज़ार किया था वो आज पूरा होने वाला था मैने अपने मुहँ को उसके बुब्स के बीच मे डाला तो मेरे दोनो गाल उसके दोनो मम्मे के बीच में फंस गया, मैं अपना वहा पर बहुत देर तक रखा था, उसके शरीर से कट्टर ब्राह्मणी वाली मादक खुशबू आ ऐसा लग रहा था की कोई महाकाल भक्त है मैने उस खुसबू को अच्छे से सुँगा ये खुसबू से हर चमार का छोरा attract होता है। ऐसा लग रहा था की उसके बुब्स को खा जाऊं इस बार उसने खुद अपने से ब्रा को उतरी और पजामा भी उतार दी वो बस अब पैंटी मे थी उसकी हिन्दुत्व वाली चुत पैंटी मे फुली फुली दिख रही थी मैने जल्दी उसकी पैंटी उतारि और मैने भी अपने सारे कपड़े उतारे और मैने अपने underwaer को उतारा तो वो मेरे 7 इंच लंड को देख डर गई क्यूंकि ये लम्बा होने का साथ साथ काफी मोटा था और हम चमार लोग को ब्राह्मणी हिन्दु मोटी चुत चोदने का बहुत शौक होता है मेरे बहुत से दोस्त राजपुताना चुत और ब्राह्मण चुत को चोदते है क्यूंकि ब्राह्मण लोग जानते है की हम ब्राह्मण के लोग माँस नही खाते है तो उनके लंड मे उतनी गर्मी नही होती है, जितना की चमार के छोरे और मुस्लिम लन्डो मे होता है इसलिये अक्सर देखा जाता है कोई ब्राह्मण लडकी को कोई मुस्लिम या चमार ही चोदता है, जब मैने उसकी पैन्टी उतारि तो देखा की उसकी चुत एकदम गीली हो चुकी थी इसका मतलब ये था की वो लंद के सिवा कुछ नही चाह्ती है पूर्णिमा की चुत मे नशा था और हम चमार लोग ऐसे चुत को कभी नही छोड़ते है इसके बाद जैसे ही मैं अपने जीभ को उसके चुत के छेद मे डाला तो उसके मुहँ से अह्ह्ह्ह्हा आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आवाज़ निकली….. और साँस लेने लगी हुम्म्म्म्म्म्म्मा हुमाअह्ह्ह्ह्ह्ह करने लगी बोलने लगी चाटो मेरे रोनित चाटो….. मेरे रस को पीलो.. उसके बुर से बह रहे मादक रस को पी गया क्या बताऊँ दोस्तो ये असली ब्राह्मणी चुत की रस थी जिसको पूर्णिमा ने मेरे लिये बचा रखा था पूर्णिमा को पता था की उसकी चुत को असली मज़ा एक चमार लौड़ा ही दे सकता है फिर मैने अपने मांसल लंड के खुले हुये टोपे को उसके नाजुक होंठ मे जहाँ से वो दुध दही खाती थी, उसने मेरे लण्ड को बड़े प्यार से चाट रही थी और औम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्ं,,,, औम्म्म्म्म्ं गाप्प्पक गप्प्प्प्प आवाज़ पूरे रूम मे गूँज रही थी, तब मैं समझा की ब्राह्मण की शुद्ध लड़की को लण्ड चटाना चाहिये, ये उसके मुह मे मेरा पहला चमार के छोरे का लौड़ा था उसने मेरे लंड को चाट चाट के मेरे लंड की चमकाहाट को बढा दी उस्के मुहँ से मेरा लण्ड स्मया हुआ था और उस्मे से निकलने वाला लार उसके बुब्स मे टपक रही थी, क्या सीन था*मैने उसके मुहँ को 8 मिनट तक चोदा, उसके दुध बिल्कुल bong girl टाइप के थे।

पूर्णिमा- रोनित अब मेरे चुत की आग बहुत बढ गई है मेरे इस ब्राह्मण वाली बुर मे अपने चमार के मांसल जैसे लण्ड को भर दो, अपने सांड जैसे लंड को हिन्दु ब्राह्मणी के बच्चेदानी तक डाल दो,,,, मैं ये सुना तो मेरा लण्ड बहुत कड़ा हो गया, मैने अपने लण्ड का उपर वाला शिरा उसकी चुत के की छेद मे लगाया और जोर से धक्का मारा और मेरा आधा लण्ड घुस गया, उसकी चुत से खून बहने लगा और उसकी आँख मे आँशु आ गए… आआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अम्म्मी अम्म्म्म्मी…

please Ronit इसको निकालो please वो बोलती रही… पर मैं चाहता था की मेरे आधे लंड का साइज़ उसकी चुत मे आ जाये उसकी आवाज़ रोकने के लिये मैने अपने होंठ को उसके होंठों मे रख दिया और kiss करने लगा वो मना करती रही लेकिन मैने उसकी एक भी सूनी और पूरा का पूरा 7इंच का लंड घुसा दिया उसको बहुत दर्द हो रहा था क्यूंकि उसकी आवाज़ मे दर्द था लगभग 6 से 7 मिनट तक यही चलता रहा फिर जब उसका दर्द कम हुआ तो, पूर्णिमा भी मेरा साथ देने लगी उसकी चुत बहुत टाइट थी इसिलिए मुझे शुरु मे दर्द हुआ, पच पच पच आवाज़ हो रही थी और हम 10 मिनट तक ऐसे ही चदाई करते रहे…

पूर्णिमा- आज इस ब्राह्मण चुत मे अपना इतना लण्ड घुसा दो की जब मेरा पति चौडे तो उसको गहराई ना मिले।

मैं- ले तुभी क्या याद रखेगी की कोई चमार जैसा लौंड़ा तेरे चुत का भोसड़ा बना दिया, मैने बहुत अंदर तक लण्ड को घुसा दिया की उसके पेट की नस दर्द करने लग गई थे उसने बाद मे बताया।

पूर्णिमा- तो बनाऊ भोसड़ा हम भी ब्राह्मणी लड़कियाँ चमार के लण्ड का स्वाद चखना चाहते है, हमे माँस खाने वाले चमार लडके पसंद है,

फिर मैं उसको कुतिया के स्टाइल मे उसकी चुत मारने लगा जब मैने समय देखा तो रात के 2 बज रहे थे फिर 25 मिनट की चदाई के बाद मेरा और उसका झड़ने वाला था पूर्णिमा के छड़ने की वजह से मैं पूरा गिला हो गया फिर उसके बाद मैं भी अपना गरम गरम गाढ़ा वीर्य उसकी बच्चेदानी मे छोड़ दिया और पूर्णिमा ने कुछ बोला भी नही बोला क्यूंकि उसका सपना था की कोई चमार लड़का उसके चुत मे अपना रस गिराये।

फिर उसके बाद हम लोग आधे घन्टे आराम किये क्यूंकि पूर्णिमा को बहुत दर्द हो रहा था फिर मैने उसको दो बार और चोदा रात के 4 बजे तक इस दौरान पूर्णिमा 5 बार झड़ चुकी थी और मैं 3 बार झड़ चुका था, उसकी हिन्दुत्व वाली चुत का कामरस मैं पूरा पी गया, इनकी चुत चाटने मे मज़ा आता है लेकिन ये ब्राह्मण लड़कियाँ चमार का लंड लेने मे पीछे नही हटती है हमारे बहुत सारे दोस्त ब्राह्मण भाभियों और आंटीयो को गर्भवती करके उनको माँ बनने का सुख दिया जब उनके पति उनकी प्यास नही भुजा पाते थे। अभी मेरे पास पूरे नौ दिन थे जिसमे 3 दिन मैने उसकी घमासान चदाई की थी और फिर बाद मे उसको मैं माँस भी खिलाना शुरु कर दिया, उसको पसंद आने लगा था वो मेरी रंडी बन चुकी थी उसको मैने 4 दिन तक अपने रुम से बाहर नही निकालने दिया था ताकी वहा लोगो को पता ना चले, इस 4 दिन मे मैने महाकाल की भक्त पूर्णिमा की चुत को चौड़ा कर दिया, दो दिन उसकी गांड मारी उसको मेरे से गांड मरवाने मे मज़ा आता था, अगर हम चमार लोग किसी लड़की को 1 हफ्ते तक चोद देते है तो उसका रूप निखर जाता है और वही हो रहा था, इस दस दिन मे मैने उसकी चुत मार मार के चुत को भोसड़ा बना दिया था और उसकी गांड बहुत निकल गई थी, गाल और अधिक भर गए थे अब उसके नुकीले बुब्स सुडौल हो गए थे, उसकी बॉडी गदरा गई थी वो बहुत खुश थी मेरा लंड अपनी चुत मे लेके फिर उसको भी विश्वास हो गया की चमार के लण्ड मे कितना ताकत होता है, उसको मैने 2 पंजाबी शूट दिया, खुब चिकन और बकरा खिलाया जिसके कारण उसकी चर्बी और बढ़ गई और दस दिन बाद वो अपने घर चली गई। जब वो अपने घर पहुँच तो शुरु मे उसकी मौसी और माँ उसको पहचान नही पाये क्यूकी मैने उसको लड़की से एक औरत मे बदल दिया था उसकी कमर उसकी मौसी के जितना हो गया था पूरे मोहल्ले के लडके उसको लाईन मारने लगे थे लेकिन उनको क्या पता की वो अपनी चुत सिर्फ अपने बॉयफ्रेंड चमार लड़के से मरवाती है।

15 दिन बाद उसके दोनो भाई और पापा लोग आ गए थे विशाल अपने बहन को देख के भौचक्का रह गया था की उसकी बहन बहुत सेक्सी हो गई थी बाद मे हमारे बारे मे उसके मम्मी और विशाल को पता चल गया था लेकिन पूर्णिमा को कोई डर नही कोई था, क्यूंकि जो लड़की चमार छोरे से चोदवा लेती है तो उसके डर हत जाते है और कॉन्फिडेंट लेवल बहुत बढ़ जाता है धीरे धीरे पूर्णिमा मेरे लंड की आदि हो गई थी इसलिये बीच बीच मे मैं उसको अपने रुम में ला कर बहुत चोदता था इधर मेरा 1st year clear हो गया था लेकिन विशाल के 2 paper मे back lag गए थे, बाद मे पूर्णिमा का ऐडमिशन भी हमारे ही कॉलेज मे हो गया था, मैं और विशाल 2nd year मे थे और पूर्णिमा 1st year मे थी पूरे कॉलेज मे पूर्णिमा सबसे अधिक figure वाली लड़क थी, एक दिन जब मैं अपने रुम मे पूर्णिमा की चदाई कर रहा था तो विशाल आ गया था और वो पुर्निमा को पैन्टी और ब्रा मे देख लिया था लेकिन वो कुछ कर भी नही कर सकता था क्यूंकि उसकी बहन मेरा support करती थी, विशाल पूर्णिमा को घर मे बहुत मारा और डाटां बहुत मना करने का बाद भी पूर्णिमा नहीं मानी और वो बोल रही थी की शायद आपका लण्ड रोनित से छोटा है इसलिये आप जल रहे है, हम लोग चदाई करते रहे विशाल उसको मना कर कर के हार चुका था आखिरकार वो भी शान्त हो गया था उसको भी पता था की चमार लोग बहुत माँस खाते है और उनका लंड बड़ा होता है हम लोग तो शाकाहारी होते है एक गाय की तरह हरि सब्जियां, फल खाते है जिससे उनका शरीर कोमल होता है और उनका लण्ड छोटा होता है फिर मैं और पूर्णिमा कॉलेज मे साथ मे घूमते फिरते थे, विशाल को कोई प्रॉब्लम नही थी मैं कभी कभी विशाल के साथ भी घुमने जाता था, कई बार तो जब मैं पूर्णिमा की चदाई कर रहा होता था तो विशाल मेरे पास कॉल करता था उसकी ब्राह्मण हिन्दु बहन ये देख के हँसती थी और बोलती थी की मेरे भाई को बोल दो की आज हम कॉलेज नही आयेंगे वो अकेले जाये और बोल दो की उसकी बहन आज तुमारे साथ ही रहेगी मैने वैसा ही बोल दिया तो उसने बोल ठीक है और उसकी बहन ने मेरे से मोबाइल लेके कॉल कट कर दी,,,, इस तरह मैने पुर्निमा को रंडी बना लिया था ये बात अब उसकी माँ को भी पता चल गई थी मैने 2 साल उसकी बहुत चदाई की थी और वो आज भी बोलती है की मुझे असली मज़ा तो चमार के लण्ड से ही मिलती है वो अब मेरे साथ माँस खाती है।

बाद मे उसकी सहेली भी एक चमार छोरे से पट गई थी और खुब चोदवाती थी।

2nd ईयर मे मैने उसे एक बार गर्भवती कर दिया था पूर्णिमा मुझे बोल रही थी मैं तुमारे बच्चे की माँ बनना चाह्ती हुँ मैं बोला अभी नही मेरी राण्ड जब तुझे मेरा बच्चा चाहिये तो तू मुझे बोलना मै तुझे 2 महिने
अच्छे से चोद कर तुझे अपने चमार बच्चे की माँ बना दूँगा ठीक है तो उसने बोला ठीक है जी जैसी तुम्हारी मर्ज़ी, फिर मैं final year मे आ गया इस् बार उसकी चदाई बहुत कम करता हुँ क्यकि मुझे degree complete करनी थी और एक जॉब भी लेना था। इस तरह मैं उसको चोद चोद के एक औरत बना दिया और वो अब शॉर्ट्स वैगरह नही पहनती है उसको सिर्फ पंजाबी शूट और साड़ी ही पहनने के लिये बोल दिया क्यूंकि उसकी गांड बहुत बाहर की तरफ है।
मैं बाद मे अपने घर आ गया और एक बैंक मे जॉब करता हुँ पूर्णिमा की डिग्री भी complete हो गई थी और बाद मे उसके घर वाले उसकी शादी करवा दिये लेकिन मैं और पूर्णिमा अभी भी फोन पर बात करते है, और जैसा उसने कहा था की मैं तुम्हारे बच्चे की माँ बनना चाह्ती हुँ, तो फिर मैने उसको शादी के 5 महिने बाद उसे रायपुर बुला लिया और 2 महिने अपने पास रखा था इस 2 महिने मैने उसको बहुत ही जबरदस्त चदाई की और सिर्फ दो महिने मे ही उसको अपने बच्चे की माँ बना दिया वो बहुत खुश थी की वो एक चमार छोरे के बच्चे की माँ बनेगी मैने उसे गर्भवती करके उसके पति पास भेज दिया और बोला की इस बच्चे को सिखाना की ब्राह्मणी लडकी और भाभी की चुत कैसे मारते है और खुब माँस खिलाना और वो बोली ठीक है और आज वो मेरे बच्चे को पाल रही है और खुश है।

कैसे लगी मेरी ये पहली कहानी मेरे दोस्त अपने कमेंट मे बताईयेगा
मैं जानता हुँ की ब्राह्मण लड़की चमार छोरे से चोदवाना चाहती है लेकिन वो डरती है की उनके घर वाले को पता ना चल जाये तुम टेंशन ना लो। बस प्यार करो अपने चुत को मरवाओ कुछ नहीं होता हैं।

मेरे को आशा है इसको पढ़ कर लड़कियाँ की चुत गीली हो गई होगी।
 
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