kabadiwala
हेलो दोˑों मेरा नाम अिमत हमŐ लखनऊ के एक शहर मŐअपने पįरव के साथ हता Š !
मेरेघर रेिपताजी मʃी एक भाई रहते हैम पापा की उŲ 52 साल हैर मʃी की 46 साल
हैमेरी उŲ 22 साल है . औ भाई क 17 साल है ◌् तोंअब कहानी पर आता Š ! मʃी का नाम
सुनीता है / पापा का हाडŊवेयर का िबज़नेस हैमʃी हवाइफ हैमŐऔर भाई पड़े करतेहै.
पापा सुबह दुकान चलेजातेहैऔर रात घर आती है! मʃी बŠत पूजा पाथ करती हैबŠत ही
घरेलुऔरत है !
दोˑोंमभी पढ़ाई िलखाई मŐमननही ंलगता था उसका कारन दोˑोंकु छ हद तक मेरी दोˑी
मेरी दोˑी मुझसे बड़े उŲ बाले लड़को सेहोती थी ! दोˑोंअब कहानी शुŝ करता Š दोˑों
मेरा घर एक ऐसे इलाके मŐहैजहा मोमडन भी रहतेहैऔर िह̢दू भी िहंदू Ǜादा तादाद मŐ
है ! मेरी मʃी बŠत सीधी सधी और पूजा पथ वाली मिहला हैमʃी का कद है 5.6" दोˑों
मेरी मʃी पापा सेभी लɾी हैऔर वोह हमेसा साड़ी ही पहनती हैदोˑोंमेरी मʃी Ǜादा
पढ़ी िलखी तोह नही ंहै .मʃी रोज मंिदर जाती थी मंिदर हमारी घर से 500 मीटर की दुरी
पर था ! मंिदर रोड की साइड था वह एįरया एक मैदान की तरह था वह हर बुधबार को
बाजार लगता था और काम के टाइम कु छ सɥी फल वाले अपनी दुकान लगतेथेदोˑों
उसी मंिदर के पास एक कबाड़ी बालेकी दू कान थी उसने एक झोपड़ बना रखा था वोह
ʬी रहता था ! उस कबाड़ी का नाम आिसफ था वोह एक मुसलमान था 25-26साल का
लड़का था पतला दुबला सा लेिकन उसकी ंकद 6" फु ट करीब थे !आिसफ यह कु छ टीम
पहलेही आया था पहलेउसकी दू कान और कही थी आिसफ हर संडे को गली मोह्हलो मŐ
अपनी रेड़ी लेकर गली मŐकवाड़ा
लेनेजाया करता था और िदन वोह दुकान सेही काम करता थाbhi. .
Dosto mere pass bhut si request aye hai ki me story hinglish me likhu toh dosto ab
story hinglish me hi likhunga ..
Asif bhut hi harami ladka tha dosto bhut hi jagdalu ladka tha ladiya bhi bhut karta
tha dosto asif se meri bhi ldai hochuki thi ek din usne mere dost ki bhen ko ched
deya tha toh hum usse marne gye thi dosto asif ne bhi apne londe lapade bula leye
thi meri aur mere dosto ki usse purani dusmani chal rhi thi u know gali mohlle ki
ldai . joh akasar hoti rehti hai .
हेलो दोˑों मेरा नाम अिमत हमŐ लखनऊ के एक शहर मŐअपने पįरव के साथ हता Š !
मेरेघर रेिपताजी मʃी एक भाई रहते हैम पापा की उŲ 52 साल हैर मʃी की 46 साल
हैमेरी उŲ 22 साल है . औ भाई क 17 साल है ◌् तोंअब कहानी पर आता Š ! मʃी का नाम
सुनीता है / पापा का हाडŊवेयर का िबज़नेस हैमʃी हवाइफ हैमŐऔर भाई पड़े करतेहै.
पापा सुबह दुकान चलेजातेहैऔर रात घर आती है! मʃी बŠत पूजा पाथ करती हैबŠत ही
घरेलुऔरत है !
दोˑोंमभी पढ़ाई िलखाई मŐमननही ंलगता था उसका कारन दोˑोंकु छ हद तक मेरी दोˑी
मेरी दोˑी मुझसे बड़े उŲ बाले लड़को सेहोती थी ! दोˑोंअब कहानी शुŝ करता Š दोˑों
मेरा घर एक ऐसे इलाके मŐहैजहा मोमडन भी रहतेहैऔर िह̢दू भी िहंदू Ǜादा तादाद मŐ
है ! मेरी मʃी बŠत सीधी सधी और पूजा पथ वाली मिहला हैमʃी का कद है 5.6" दोˑों
मेरी मʃी पापा सेभी लɾी हैऔर वोह हमेसा साड़ी ही पहनती हैदोˑोंमेरी मʃी Ǜादा
पढ़ी िलखी तोह नही ंहै .मʃी रोज मंिदर जाती थी मंिदर हमारी घर से 500 मीटर की दुरी
पर था ! मंिदर रोड की साइड था वह एįरया एक मैदान की तरह था वह हर बुधबार को
बाजार लगता था और काम के टाइम कु छ सɥी फल वाले अपनी दुकान लगतेथेदोˑों
उसी मंिदर के पास एक कबाड़ी बालेकी दू कान थी उसने एक झोपड़ बना रखा था वोह
ʬी रहता था ! उस कबाड़ी का नाम आिसफ था वोह एक मुसलमान था 25-26साल का
लड़का था पतला दुबला सा लेिकन उसकी ंकद 6" फु ट करीब थे !आिसफ यह कु छ टीम
पहलेही आया था पहलेउसकी दू कान और कही थी आिसफ हर संडे को गली मोह्हलो मŐ
अपनी रेड़ी लेकर गली मŐकवाड़ा
लेनेजाया करता था और िदन वोह दुकान सेही काम करता थाbhi. .
Dosto mere pass bhut si request aye hai ki me story hinglish me likhu toh dosto ab
story hinglish me hi likhunga ..
Asif bhut hi harami ladka tha dosto bhut hi jagdalu ladka tha ladiya bhi bhut karta
tha dosto asif se meri bhi ldai hochuki thi ek din usne mere dost ki bhen ko ched
deya tha toh hum usse marne gye thi dosto asif ne bhi apne londe lapade bula leye
thi meri aur mere dosto ki usse purani dusmani chal rhi thi u know gali mohlle ki
ldai . joh akasar hoti rehti hai .