हमारा गांव सहर से बहुत दूर था और यहा पुरानी संस्कृति के लोग रहते है
मेरी मां मधु देवी और पिता बहादुर सिंह की में इकलौती औलाद हु ,मेरा नाम सोनू 8 पास कर चुका हु,अब आगे पड़ने के लिए घरवाले ने शहर नही भेजा क्योंकि जमीन बहुत ज्यादा थी और उससे आगे न पीछे मुझे ही संभालना था
अब पढ़ाई छोड़ने के कारण में आवारागर्दी करता फिरता हु ओर गांव की औरतों की गांड देख कर लंड खुजाता फिरता हु
मुजे बड़ी औरतों की बड़ी गांड बहुत अछि लगती है ,मन तो करता है जहा बड़ी गांड औरत दिखी वही उसका घगर उचा करके चोद दु
गांव की सब औरतों की गांड निहारने के बाद मेने पाया की मेरी मां मधु देवी जैसी सुडोल और बड़ी गांड पुरे गांव में कही नही है,जब मां चलती थी तो गांड की थिरकन देखकर लोगो का पानी निकल जाया करता है
में ओर मेरे आवारागर्दी दोस्त ,हम लोग आपस में खुल के बात करते थे
ओर जब हम गंजा पीकर कर बैठते थे तो फिर हम को हद नहीं देखते थे कोन किसकी मा है या बहन है ,हम खुलकर एक दूसरे की मां बहन के नाम लेकर मूठ भी मार लिया करते थे
मेरे दोस्त ,कालू,भूरिया,हरिया थे
हम लोग कभी कभी पैसे इक्कठे करके रंडिया चोदने जाया करते थे लेकिन उनकी ढीली चूत से मन भर गया था
हरिया – यारो ,अब बहुत हो गया ढीली चूत पर पैसे उड़ना,में तो कहता की किसी गांव की मस्त औरत को पटाते है और फिर उसकी तंग चूत के मज़े लेंगे
गंजा फूकते हुए में बोला ,बात तो सही कह रहा है हरिया,अब किसी नई चूत का इंतजाम करना पड़ेगा और भी किसी मस्त औरत की,जिसका शरीर एक दम गदराया हो या मस्त गांड हो
कालू – सबसे मस्त औरत कोन है इस गांव की
भूरिया – सबसे मस्त तो मधु देवी है ,सोनू की मां ,क्या गांड है ,जब चलती है तो क्या थिरकती है ,उसकी थिरकती गांड देखकर दर लगता है कही दिल का सदमा न आ जाए
मैं बोला,अच्छा भूरिया तेरी मां पुष्पा की गांड भी कुछ कम नहीं
भूरिया – हा लेकिन तेरी मां की गांड का कोई मुकाबला नहीं ,में तो कहता हु किसी बहाने से यह बुला लेते है फिर जबरदस्ती चोद देंगे
में गुस्से में बोला ,खबरदार ,अगर किसी ने ऐसा करने की सोची
हरिया – अच्छा बेटा,दूसरे की मां बहनों को देख कर लंड हिलाओ तो कुछ नही जब अपनी मां पर आए तो गुस्सा
,ध्यान नहीं 2 साल पहले मेने दूसरे गांव की अपने रिश्तेदार औरत को तुमसे चुदवाया था
में – अरे नही भूरिया,ऐसी कोई बात नही,मेने जबरदस्ती का माना किया था,अगर तुम मां को राजी कर सको तो फिर मुझे कोई दिक्कत नही
कालू – अरे सोनू भाई ,ऐसा मत बोल,मधु देवी का नाम आते ही लंड फटने जैसा हो जाता है,उसका गदराया शरीर को देखकर ही में पागल सा हो जाता हू,हरिया,भूरिया तुम्हे मेरी कसम,आगे से मधु देवी का नाम मत लेना,जो चीज हासिल नहीं कर सकते उसके सपने नही देखने चाहिए
हरिया जो उमर में सबसे बड़ा था वो बोला
है तो मधु देवी भी एक औरत ही ,ओर में तुमसे वादा करता हु ,मधु देवी की चूत में सोनू के बाद अगर किसी का लंड जायेगा तो वो तुम्हारा होगा कालू
कालू – भगवान की कसम, अगर ये सच हुआ तो में अभी अपनी गांड तुम्हारे सामने खोल दू ,ओर जितनी बार मारेगा मे कभी मना नहीं करूंगा
हरिया – हा हो सकता है तुम्हे अपनी गांड देनी पड़े ,लेकिन मुझे नही किसी और को,लेकिन जहा तक में समझता हू ,मधु देवी की चूत चोदने के लिए तुम अपनी अपनी ही क्या अपनी मां सुधियां की भी गांड दिला दो
में बोला – कितना अच्छा हो अगर हम सब की माओ एक दूसरे से चुदवाए,फिर हमे रंडियों के पास नही जाना पड़ेगा और ऊपर से पैसे भी बचेंगे उनसे हम उन्हें खुश करेंगे ओर ऊपर से मस्त तंग चुत का इंतजाम भी हो जाएगा
भूरिया – लेकिन इसमें हरिया का फायदा हो जायेगा , उसे तो मुफ्त में हमारी मां को चोदने को मिलेगी
हरिया – बहनचोद भूल गया ,कितने चुतें दिलवाई है,ओर मेरी दूर की काकी को नही चुदवाया तुमसे
में बोला – चुप हो जाओ तुम सब,हरिया का बहुत बड़ा अहसान है हम पर,ओर हम सबने प्रण लिया है जिससे भी चोदेंगे उस पर सबका हक होगा
भूरिया – में तो मजाक कर रहा था ,अब हरिया ने भी कई चूत दिलाई है
कालू – तो फिर क्या किया जाए मधु देवी को पटाने के लिए,में तो कहता हु भांग पीला कर चोद लेते है
हरिया – नही ये खतरे से खाली नही है
भूरिया – अकेले रास्ते में सीधे या उल्टे तरीके से फसा लेते है
हरिया – में मधु देवी को बहुत अच्छे से जानता हु ,मेने बहुत को कोशिश करते देखा है ,मधु देवी कुछ ज्यादा ही संस्कारी और पतिवर्ता है,मधु देवी उसकी सीमा से निकलने के लिए बहुत कोशिश करनी पड़ेगी
में – में मां के बहुत पास रहता हु,में कुछ करू
हरिया – बेटे ,मुझे अच्छे से पता है तू कोशिश कर चुका है क्योंकि अब तक तू अगर मधू देवी को फसा सकता तो फसा लेता ,भले ही मधु देवी तेरी मां हो लेकिन ऐसी मां को कोन नही चोदना चाहेगा
मेरी मां मधु देवी और पिता बहादुर सिंह की में इकलौती औलाद हु ,मेरा नाम सोनू 8 पास कर चुका हु,अब आगे पड़ने के लिए घरवाले ने शहर नही भेजा क्योंकि जमीन बहुत ज्यादा थी और उससे आगे न पीछे मुझे ही संभालना था
अब पढ़ाई छोड़ने के कारण में आवारागर्दी करता फिरता हु ओर गांव की औरतों की गांड देख कर लंड खुजाता फिरता हु
मुजे बड़ी औरतों की बड़ी गांड बहुत अछि लगती है ,मन तो करता है जहा बड़ी गांड औरत दिखी वही उसका घगर उचा करके चोद दु
गांव की सब औरतों की गांड निहारने के बाद मेने पाया की मेरी मां मधु देवी जैसी सुडोल और बड़ी गांड पुरे गांव में कही नही है,जब मां चलती थी तो गांड की थिरकन देखकर लोगो का पानी निकल जाया करता है
में ओर मेरे आवारागर्दी दोस्त ,हम लोग आपस में खुल के बात करते थे
ओर जब हम गंजा पीकर कर बैठते थे तो फिर हम को हद नहीं देखते थे कोन किसकी मा है या बहन है ,हम खुलकर एक दूसरे की मां बहन के नाम लेकर मूठ भी मार लिया करते थे
मेरे दोस्त ,कालू,भूरिया,हरिया थे
हम लोग कभी कभी पैसे इक्कठे करके रंडिया चोदने जाया करते थे लेकिन उनकी ढीली चूत से मन भर गया था
हरिया – यारो ,अब बहुत हो गया ढीली चूत पर पैसे उड़ना,में तो कहता की किसी गांव की मस्त औरत को पटाते है और फिर उसकी तंग चूत के मज़े लेंगे
गंजा फूकते हुए में बोला ,बात तो सही कह रहा है हरिया,अब किसी नई चूत का इंतजाम करना पड़ेगा और भी किसी मस्त औरत की,जिसका शरीर एक दम गदराया हो या मस्त गांड हो
कालू – सबसे मस्त औरत कोन है इस गांव की
भूरिया – सबसे मस्त तो मधु देवी है ,सोनू की मां ,क्या गांड है ,जब चलती है तो क्या थिरकती है ,उसकी थिरकती गांड देखकर दर लगता है कही दिल का सदमा न आ जाए
मैं बोला,अच्छा भूरिया तेरी मां पुष्पा की गांड भी कुछ कम नहीं
भूरिया – हा लेकिन तेरी मां की गांड का कोई मुकाबला नहीं ,में तो कहता हु किसी बहाने से यह बुला लेते है फिर जबरदस्ती चोद देंगे
में गुस्से में बोला ,खबरदार ,अगर किसी ने ऐसा करने की सोची
हरिया – अच्छा बेटा,दूसरे की मां बहनों को देख कर लंड हिलाओ तो कुछ नही जब अपनी मां पर आए तो गुस्सा
,ध्यान नहीं 2 साल पहले मेने दूसरे गांव की अपने रिश्तेदार औरत को तुमसे चुदवाया था
में – अरे नही भूरिया,ऐसी कोई बात नही,मेने जबरदस्ती का माना किया था,अगर तुम मां को राजी कर सको तो फिर मुझे कोई दिक्कत नही
कालू – अरे सोनू भाई ,ऐसा मत बोल,मधु देवी का नाम आते ही लंड फटने जैसा हो जाता है,उसका गदराया शरीर को देखकर ही में पागल सा हो जाता हू,हरिया,भूरिया तुम्हे मेरी कसम,आगे से मधु देवी का नाम मत लेना,जो चीज हासिल नहीं कर सकते उसके सपने नही देखने चाहिए
हरिया जो उमर में सबसे बड़ा था वो बोला
है तो मधु देवी भी एक औरत ही ,ओर में तुमसे वादा करता हु ,मधु देवी की चूत में सोनू के बाद अगर किसी का लंड जायेगा तो वो तुम्हारा होगा कालू
कालू – भगवान की कसम, अगर ये सच हुआ तो में अभी अपनी गांड तुम्हारे सामने खोल दू ,ओर जितनी बार मारेगा मे कभी मना नहीं करूंगा
हरिया – हा हो सकता है तुम्हे अपनी गांड देनी पड़े ,लेकिन मुझे नही किसी और को,लेकिन जहा तक में समझता हू ,मधु देवी की चूत चोदने के लिए तुम अपनी अपनी ही क्या अपनी मां सुधियां की भी गांड दिला दो
में बोला – कितना अच्छा हो अगर हम सब की माओ एक दूसरे से चुदवाए,फिर हमे रंडियों के पास नही जाना पड़ेगा और ऊपर से पैसे भी बचेंगे उनसे हम उन्हें खुश करेंगे ओर ऊपर से मस्त तंग चुत का इंतजाम भी हो जाएगा
भूरिया – लेकिन इसमें हरिया का फायदा हो जायेगा , उसे तो मुफ्त में हमारी मां को चोदने को मिलेगी
हरिया – बहनचोद भूल गया ,कितने चुतें दिलवाई है,ओर मेरी दूर की काकी को नही चुदवाया तुमसे
में बोला – चुप हो जाओ तुम सब,हरिया का बहुत बड़ा अहसान है हम पर,ओर हम सबने प्रण लिया है जिससे भी चोदेंगे उस पर सबका हक होगा
भूरिया – में तो मजाक कर रहा था ,अब हरिया ने भी कई चूत दिलाई है
कालू – तो फिर क्या किया जाए मधु देवी को पटाने के लिए,में तो कहता हु भांग पीला कर चोद लेते है
हरिया – नही ये खतरे से खाली नही है
भूरिया – अकेले रास्ते में सीधे या उल्टे तरीके से फसा लेते है
हरिया – में मधु देवी को बहुत अच्छे से जानता हु ,मेने बहुत को कोशिश करते देखा है ,मधु देवी कुछ ज्यादा ही संस्कारी और पतिवर्ता है,मधु देवी उसकी सीमा से निकलने के लिए बहुत कोशिश करनी पड़ेगी
में – में मां के बहुत पास रहता हु,में कुछ करू
हरिया – बेटे ,मुझे अच्छे से पता है तू कोशिश कर चुका है क्योंकि अब तक तू अगर मधू देवी को फसा सकता तो फसा लेता ,भले ही मधु देवी तेरी मां हो लेकिन ऐसी मां को कोन नही चोदना चाहेगा